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Wednesday 18 July 2012

विद्यालय बदहाल


रायपुर, 6 जुलाई। प्रदेश ंमें विद्यालय प्रारंभ हुए पखवाड़ा बीत चुका है पर अभी भी राजधानी के कई नगर निगम के विद्यालय बदहाली के शिकार है। ऐसे कई विद्यालय है जहां विद्यार्थियों के बैठने के लिये कुर्सी टेबल तक की व्यवस्था नहीं है। कई स्थानों पर छत की हालत इतनी जर्जर है कि किसी भी समय कोई अनहोनी हो सकती है। रामदयाल तिवारी स्कूल, खोखोपारा स्कूल, बूढ़ापारा का लड़की स्कूल ऐसे कई शासकीय विद्यालय है जहां अब तक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है। बूढ़ापारा स्थित लड़की स्कूल के एक कमरे में कर्मचारी संघ की एक शखा  ने कब्जा कर रखा है स्कूल में शाम होते ही शराबियों क जमावड़ा लग जाता है इसके अतिरिक्त यहां के शौचालय एवं मूत्रालय में ताला जड़ दिया गया है जिससे छात्राओं को विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह आमापारा स्थित रामदयाल तिवारी स्कूल की छत से बारिश के दिनों में पानी टपकता है। बच्चों के खेलने का मैदान भी बारिश के दिनों में तालाब में तब्दील हो जाता है। प्राचार्य ने बताया कि इस संबंध में विद्यालय प्रशासन से जो संभव हो सकता है कार्रवाई कर रहे हैं तथा शासन को भी इसकी जानकारी भेजी जा चुकी है। बहरहाल राजधानी के लगभग अधिकांश शासकीय विद्यालयों की यही स्थिति है। कई स्थानों पर शासन की ओर से मिलने वाली पुस्तकें भी अब तक वितरित नहीं की गई है। शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पखवाड़े भर बाद भी राजधानी के शासकीय विद्यालयों की बदहाली यह सोचने पर अवश्य मजबूर करती है कि ऐसी स्थिति में कैसे कोई पालक अपने बच्चों को शासकीय विद्यालयों में पढ़ाए जबकि प्रायवेट विद्यालयों के बढ़ते फीस ने भी पालकों को खासा परेशान किया है। अब यही आशा की जा रही है कि छात्रों के हित का ध्यान रख कर शासन विद्यालयों की स्थिति सुधारने के लिये जल्दी ही कोई निर्णय लेगी